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The Power Of Subconscious Mind in Hindi – अवचेतन मन की शक्ति

The Power Of Subconscious Mind” जिसे “Dr. Joseph Murphy” ने लिखा है। Conscious mind और Subconscious mind में क्या अंतर है? सबकॉन्शियस माइंड कैसे काम करता है? अवचेतन मन की शक्ति को कैसे बढ़ाएं? इन सारे टॉपिक्स को हम इस पोस्ट में कवर करेंगे

What is Conscious Subconscious Mind in Hindi

चेतन मन पूरे दिमाग का केवल 10% होता है जिनमे

  • इच्छा शक्ति (Will Power)
  • याददाश्त (Memory)
  • तर्क शक्ति (Logical power)
  • गंभीर सोच (Critical Thinking) आदि होतें है

अवचेतन मन पूरे दिमाग का केवल 90% होता है जिनमे

  • आदतें (Habits)
  • मान्यताएं (Beliefs)
  • भावनाएँ (Emotions)
  • प्रतिक्रियाओं (Reactions)
  • जबूत मेमोरी (Strong Memory)
  • अंतर्ज्ञान आदि (Intuition etc) आदि होतें है

चेतन और अवचेतन मन क्या है और कैसे काम करता है?

Joseph Murphy इस किताब में बता रहे हैं की अगर हम सही तरीके से प्रार्थना करेंगे तो हमारी प्रार्थना हमेशा काम करेगी। पर हम सबकी प्रार्थना क्यों काम नहीं करती क्योंकि हम लोग अपने पूरे दिल दिमाग से एक चीज पर फोकस नहीं करते,  और जो सही तकनीक होती है उसे फॉलो भी नहीं करते। इसलिए हमारी प्रार्थना काम नहीं करती। आपकी प्रार्थनाएं आपके अंदर के विश्वास पर आपको जवाब देती है, आपकी इच्छा एक प्रार्थना है। 

अगर आप सबकॉन्शियस माइंड को जान लें तो आपके जीवन में मैजिक यानी जादू  होगा और ये जादू  किसी के साथ भी हो सकते हैं अगर हम ये समझ ले कि हमारा सबकॉन्शियस माइंड यानी हमारा अवचेतन मन कैसे काम करता है। अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में इतनी शक्तियां हैं जितना आप सपने में भी नहीं सोच सकते। क्या आपके मन में कभी ये सवाल आया है कि  

  • क्यों कोई इंसान सफल होता है और क्यों कोई असफल ? 
  • कोई इंसान क्यों बहुत अमीर होता है और क्यों कोई गरीब ? 
  • क्यों किसी की सेहत अच्छी होती है और क्यों कोई बहुत बीमार रहता है? 

अगर आपके मन में भी ये सवाल है, तो ये बुक आपके लिए बहुत स्पेशल हो सकती है।

आपके भीतर का खजाना कैसे ढूढ़े 

आपके अंदर बहुत बड़ा खजाना छुपा है आपको बस अपनी आंखें खोल कर देखना है। आपको पता ही होगा अगर हम किसी लोहे की छड़ को मेग्नेटिज़ करे तो वो अपने वजन से दस गुना ज्यादा वजन को उठा सकती है। और अगर हम आयरन  से उसकी मैग्नेटिक पावर छीन ले तो वो एक पंख को भी नहीं उठा सकती। ऐसा ही हमारे साथ होता है। मैग्नेटाइज्ड  लोग कॉंफिडेंट होते हैं और नॉन-मैग्नेटाइज्ड लोग खुद पर शंका करते हैं और खुद का बोझ भी नहीं संभाल पाते ।

इस सब समस्याओं का जवाब है आपके अंदर की शक्तिशाली अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में। हमारा अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind इतना शक्तिशाली है कि अगर हम अपने अंदर तक अपने दिल, दिमाग में, बिठा लें कि मुझे दुनिया का सबसे अमीर और सफल आदमी बनना है तो आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind आपके लिए रास्ता बनाना शुरू कर देगा।

सब लोग सोचते हैं कि ये अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind है क्या?आपका सवाल सही है! अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind हमारा अचेतन दिमाग है जो आपकी सांस, दिल की धड़कन, रक्त संचार और सभी अवचेतन क्रियाओं को नियंत्रित करता है। तो अभी सोचने की बात ये है कि अगर आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind आपको जिंदा रख सकता है, तो वो आपके मन में ली गई इच्छा को भी पूरा कर सकता है।

अगर हम आपको आसान भाषा में बताएं तो – आप सबसे पहले अपना गॉल  तय करें, वो कुछ भी हो सकता है, दुनिया का सबसे अमीर या सबसे बड़ा बिजनेसमैन बनना 

तो अगर आप इस मेसेज को अपने अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में भेजने की तकनीक को समझ गए हैं तो आप मेहनत नहीं करोगे। आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind आपके शरीर को कंट्रोल करता है और वो आपके एक्शन को भी कंट्रोल कर सकता है, इसलिए आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind आपसे काम करवाएगा।

आपने सुना होगा, बहुत लोग बोलते हैं कि अपने मन की आवाज को सुनो। मन की आवाज़ मतलब है कि अपने अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind को अपना दोस्त बना लो फिर आप, जो भी चाहे वह बन पाएंगे 

आप अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind की शक्तियों को इस्तेमाल करके कोई भी मुश्किल से मुश्किल परीक्षा भी आसानी से क्रैक कर सकते हैं। अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind आपका फोकस और प्रोडक्टिविटी दोनों बढ़ा देगा।

अगर हम दिमाग को समझने के लिए उसे दो हिस्सों में बांटे तो उसके नाम होंगे – conscious mind और दूसरा है सबकॉन्शियस माइंड।  Conscious mind आपका logical brain है जो understanding पर काम करता है। आपका conscious mind आपके control में होता है। 

आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind आपके involuntary actions मतलब जो आप control नहीं कर सकते उसे control करता है। Conscious mind के पास आपके brain की 10% power होती है और आपके सबकॉन्शियस माइंड के पास 90% power होती है 

यही पे लोग गलती करते हैं। जो पढाई में topper होते हैं या बहुत successful होते हैं, वो लोग conscious mind और सबकॉन्शियस माइंड दोनों का इस्तेमाल करते हैं। यानी 100% और जो पढाई में और carrier life में कमजोर होते हैं वो लोग सिर्फ conscious mind को use करते हैं, जो होता है 10%  इसीलिए वो लोग सफल नहीं हो पाते ।

दिमाग कैसे काम करता है

आपका दिमाग कैसे काम करता है : conscious mind हमारे five senses से जानकारी लेता है और चीजों को अनुभव करके फैसले लेता है। पर अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind कोई निर्णय नहीं लेता, वो बेस conscious mind की पिछली मान्यताएं, अनुभव और आदतों को फॉलो करके एक्ट करता है।

सुझाव (suggestion) की शक्ति : आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind यानी की Subconscious Mind  बहुत संवेदनशील होता है अगर उसे सुझाव दिए जाए तो। आप इस अवधारणा को इस तरह समझ सकते हैं। अगर सबकॉन्शियस माइंड बहुत बड़ा जहाज है तो आपका conscious mind उसका कप्तान है जो आर्डर देता है कि कहां जाना है। आपका conscious mind सभी गलत जानकारी को लॉजिक  ओर reasoning से फ़िल्टर कर देता है। और वही जानकारी हमारे अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में जाती है ।

एक बार की बात है, एक औरत बहुत अच्छी सिंगर  थी और उसका competition था। वो stage पे जाने से घबराती थी, और वो एक बार stage fear से fail भी हो चुकी है। तो उसने positive affirmations की मदद ली और कहा, “मैं सबसे अच्छी गायिका हूं और main stage पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने वाली हूं”। और इसी तरह, वो औरत बार-बार अपने मन में कहती रही और इसका परिणाम ये रहा की, उस औरत को प्रतियोगिता में first prize मिला।

आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind कभी भी आपसे प्रश्न नहीं करता और उसके पास सभी सवालों का जवाब है। आपकी habitual thinking मतलब आप जो daily सोचते हैं, उसका neutral pattern आपके सबकॉन्शियस माइंड में store होता है।  इसलिए आप कोई भी आदत इतनी आसानी से नहीं लगा पाते। आपने सुना होगा की रात को सोने से पहले 5 मिनट पॉजिटिव चीजों के बारे में सोचो।

जब conscious mind और सबकॉन्शियस माइंड दोनों के बीच अच्छा interaction होता है, तब आप अपना ‘full potential’ इस्तेमाल कर सकते हैं। और अगर हम लोग चेतन और अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind दोनों को एक साथ पूरी तरह इस्तेमाल करना सीख लें, तो आप जो चाहें वो पा सकते हैं। लेकिन जिस काम में आपको सफल होना है उस काम में आपको समय और efforts देना पड़ेगा।

हम आपको सरल भाषा में समझाते हैं। हमारे जीवन में दो टाइप के world होते है। एक भीतर की दुनिया और एक बाहरी दुनिया। भीतर की दुनिया उसे कहते है जो हम दिन रात सोचते हैं।  हमारे मन में लड़ाई शुरू रहती है। हम सोचते कुछ और है और करते कुछ और।

हम सबने ये नोटिस किया होगा कि कोई नया गाना release होते ही आप उसे बार-बार सुनते हैं; और वो गाना आपके दिमाग में कई दिन तक चलता रहता है। आप उसे मन में गुनगुना ना शुरू कर देते हैं। ये होता है भीतर की दुनिया। और दूसरा होता है बाहरी दुनिया, बाहरी दुनिया में आपके दोस्त, परिवार, स्कूल आते है ।

और बहुत से लोग बाहरी दुनिया को देखकर react करते हैं। “ये मेरे साथ ही क्यों होता है? मुझे promotion क्यों नहीं मिला? मेरी तो किस्मत ही खराब है!”और बहुत कुछ। और जो लोग अपने भीतर की दुनिया और बाहरी दुनिया को समझ कर उसे अपने हिसाब से control करते हैं, वो लोग जीवन में सफल होते हैं। वो लोग सातवे आसमान पर होते हैं और अपने जीवन के किंग होते हैं 

आपके अवचेतन की चमत्कारी कार्य शक्ति

हमारा अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind हमारे लिए बहुत से चमत्कार कर सकता है; हम सुबह से लेकर रात तक काम करते हैं, और रात को घर आने पर आराम करके सो जाते हैं। पर रुको! क्या आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind सो जाता है?  नहीं!

आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind कभी नहीं सोता। वो 24/7 आपके लिए काम करता रहता है। हमारा दिल धड़क कर आपको जिंदा रखता है। हमारे अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind को हमारी आत्मा समझ सकती है। ये समय और space पर depend नहीं होता। ये आपके सभी दुख दर्द अभी खत्म कर सकते हैं  इसी वक्त! हम यहां आपको एक simple सा real life उदाहरण देते हैं।

हमने लोगों को hypnotise करने के बारे में जरूर सुना होगा और जो experts होते हैं वो कैसे किसी को भी आसानी से hypnotise करते हैं;  क्या आप जानते हैं? Experts हमारे brain के subconscious level को control करके हमें मुर्गा, martial artist और कुछ भी बना सकते हैं।

यही हम YouTube पर भी search कर सकते हैं “TEDx Hypnotism” जहां हम देख सकते हैं कि कैसे experts आसानी से किसी के भी अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind के साथ खेल सकते हैं और उनको control करके stage performance में लाखों  रुपये कमाते है ।

अब हम जानेंगे कि क्या हमारा अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind हमारी बीमारी को ठीक कर सकता है? हा!  बिल्कुल कर सकता है। हाल ही में आई एक report के मुताबिक, दुनिया के best doctors और  advance treatments fail हो गए पर फिर भी ये चमत्कार संभव हुआ। लेकिन वो miracle recovery क्या थी?”

एक आदमी था जो बहुत अमीर था, जिसका plane crash हो चुका था और उसकी लगभग सारी हड्डियां टूट चुकी थी। और सभी doctor ने उम्मीद छोड़ दी थी कि अब वो ठीक नहीं हो सकता, और कई doctors का ये मानना ​​था कि अब ये कुछ दिन ही जिंदा बचेगा। लेकिन, वो जो आदमी है उसने एक मजबूत विश्वास से अपने मन में ठान लिया कि मैं Christmas तक पूरा ठीक हो जाउंगा ।

और उस आदमी ने किसी की बात को नहीं माना और वो दिन रात बस उस एक विचार को अपने मन में कहते रहता। वो ये कल्पना में खुद को देखता था कि, “कैसे वो Christmas के दिन अपने पैरों पर चलकर hospital के बाहर निकला। उस आदमी ने लगातार 8 महीने तक उस एक positive thought को अपने दिमाग में रखा। उसके अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में पूरी सकारात्मक विचार और  उसका सकारात्मक नजरिया साफ था, जिससे वो आदमी Christmas के दिन खुद के पैरों पे चला।

एक आदमी जिसकी 103 हड्डियां टूट चुकी थी वो आदमी, सिर्फ 8 महीनों में अपने पैरों पे चला। ये है अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind की शक्ति और आप ये कहानी पढ़ना चाहते हैं, तो आप google पर search कर सकते हैं। 

“Miracle Man – Story of Moris Goodman।” इस कहानी से आप सीख सकते हैं कि कैसे आप भी एक विचार पर focus करके अपने brain की जादुई शक्तियों को इस्तेमाल कर सकते हैं ।

अब हम जानेंगे आप कैसे अपने अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind तक मनचाहा संदेश भेज सकते हैं,  जिससे आप जीवन में सफल होंगे। आपने सुना ही होगा कि कोई भी powerful चीज की कोई ना कोई कमजोरी होती है। और अगर हम वो जान ले तो आप भी computer hacking की तरह खुद के दिमाग को hack कर सकते हैं और मनचाहा result पा सकते हैं ।

आप इस जादू अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind को रात को सोने से पहले और सुबह उठने के बाद अपना संदेश भेज सकते हैं। हमने ये बहुत बार सुना होगा कि रात को सोने से पहले और उठने के बाद, क्या आप एकदम exact जानते हैं कि हमारे दिमाग के साथ ऐसा क्या होता है जिससे message सीधे आपके अवचेतन level में चला जाता है। जब आप सोने के लिए जाते हो, तभी के आखिरी 5 मिनट आपके लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है ।

क्योंकि पिछले 5 मिनट में आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind 95% सक्रिय होता है और दिन के समय ये सिर्फ 75% सक्रिय होता है। इसलिये हमें अपना brain सिर्फ आखिरी 5 मिनट में program करना है; जिससे आप कुछ भी control कर सकते हैं। आप आपका message एक कागज पर लिख ले और फिर उसे अपने phone में record कर ले और ये करने के बाद आप उसे repeat mode में डाल दीजिए और जैसे ही आप अपना phone repeat mode में डाले, तो आपको phone side में रख कर 15 बार deep breathing करनी है।  जिससे आपका मन पूरी तरह शांत हो जाएगा और आपको नींद आना शुरू हो जाएगी।  और जैसे ही आपको नींद आना शुरू हो जाए, आप अपने earphone से आपका recorded day सुनना शुरू करें और पूरा relax feel करे।

Recording को सुनते-सुनते आपको आपके message को deeply visualize करना है। और ये तब तक करना है, जब तक आपको नींद नहीं आ जाती। और अगले दिन, आप निरीक्षण करोगे कि जो संदेश आपने कल रात पिछले 5 मिनट में डाला था वही संदेश आपके दिमाग में दिन भर घूम रहा है ।

बहुत लोग पूछते हैं कि ये visualize क्यों करना है? Visualization से क्या होता है? तो आपका सवाल सही है। हमारा जो सबकॉन्शियस माइंड होता है, वो सिर्फ emotions की भाषा को समझता है और वो तर्क को नहीं समझ पाता। इसलिए, जो भी आप देखते हैं और visualize करते हैं उसमें आपका सबकॉन्शियस माइंड difference नहीं कर पाता क्योंकि आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind आपसे सवाल जवाब नहीं करता।

सवाल जवाब करने का काम होता है conscious mind का। इसलिए आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind – क्या सच है और क्या झूठ है वो समझ नहीं पाता। आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind एक बच्चे की तरह है – जो आप उससे कहेंगे, वही बात करेगा ।

प्राचीन काल में मानसिक उपचार

पुराने जमाने के लोग कैसे mental healing करते हैं? और बहुत जल्द ठीक हो जाते थे। पुराने जमाने के लोग, 3 step formula में बहुत ज्यादा विश्वास रखते थे। वो formula है – पूछो, विश्वास करो और प्राप्त करो। “यानी मांगो जो आपको मांगना है, विश्वास करो कि आप उसे पा चुके हो यानी ऐसा feel करो कि वो तुम्हे मिल चुका है और आने वाले समय में वो चीज आपके पास रहेगी”। आप सोचोगे ये कितना simple है कहना!  – मांगो, विश्वास करो और फिर तुम्हें मिलेगा।

हमने आपको Miracle Man के बारे में बताया था जो, plane crash होने पर भी बच गए। तो उस आदमी ने जैसे अपने सबकॉन्शियस माइंड को use किया था, उस तरीके से इस 3 step formula में भी आपको एक thought और visualization पर focus करना है। ये चीज एक दिन में नहीं होगी। जब तक आप आपके अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind तक, वो बात नहीं पहुंच जाती जो आप चाहते हैं कि पूरी हो, तब तक वो चीज पूरी नहीं हो सकती ।

आधुनिक समय में मानसिक उपचार

अब हम mental healing के नए techniques के बारे में जानेंगे।

अनुपस्थित उपचार का अर्थ एक औरत Los Angeles में रहती थी और वो coronary thrombosis से पीड़ित थी। वो जेल में मरना नहीं चाहती थी, इसलिए उसने प्रार्थना की मैं जहां भी हूं, मेरी मां की सारी दुआएं मेरे साथ हैं। मेरी मां मेरे साथ है और जब तक मेरी मां मेरे साथ है, मैं कभी भी बीमार नहीं पड़ सकती।  जैसी उस औरत की बॉडी थी, वो उसके विचारों का प्रतिबिंब था। उस औरत ने बोला, मुझे पता है अगर मैं अपने मन के विचारों को बता दूं, तो मेरी सेहत भी अपने आप ठीक होना शुरू हो जाएगी।  और कुछ हफ़्ते बाद, वो औरत ठीक हो गई। और ऐसी ठीक हुई वह औरत मानो उसे कोई बीमारी कभी थी ही नहीं ।

आप अगर अपनी मां को भगवान मानते हैं, तो आपके अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind (सबकॉन्शियस माइंड) के लिए आपकी मां भगवान है जो आपके सारी परेशानियां दूर कर देती है।  अपनी मां के पास हम complete महसूस करते हैं और आप भी इसी तरह आपके विश्वास बना सकते हैं।

अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind की गतिज क्रिया (kinetic action) को मुक्त करना।

आपने “Aura cleaning” के बारे में सुना ही होगा। अगर नहीं सुना तो कोई बात नहीं, इसको ध्यान से समझिए। Aura cleaning एक process होता है जिससे आपकी सारी negative feelings को बाहर निकाला जाता है। सिर्फ प्रार्थना करके और हाथ को पूरी body पर घुमा कर।

Aura Cleaning Therapist भी होते हैं जो appointments लेते हैं। और सभी clients के दर्द को Acupressure की मदद से और modern techniques से आपको ठीक कर देते हैं ।

मानसिक उपचार में व्यावहारिक तकनीकें

1:- Passing over तकनीक

अगर हम अपनी इच्छाओं को चेतन मन से स्वीकार कर लें, जो कि तार्किक रूप से संभव है तो आपका चेतन मन आपका अनुरोध अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में भेज देता है। और जितना आप conscious mind में बार-बार repeat करते हो, “मैं लाइफ में बहुत successful हूं, मैं पढ़ने में बहुत अच्छा हूं या फिर जो भी आप चाहे”, तो एक समय के बाद आपका conscious mind आपके दिमाग का ढक्कन खोल देता है। और वो जानकारी आपके अवचेतन में सीधे चली जाती है और आप उसी तरह से act करने लगते हैं ।

 2: – Visualisation तकनीक

सबसे पहले हमें अपना दिमाग शांत करना है।  और फिर, जैसे हम किसी भी चीज को अपनी आंखों से देखते हैं, उसी तरह आपको अपनी आंखें बंद करके imagination में अपने goal को देखना है। एक दम clear और exact हमको अपने दिमाग में वही देखना है।

यहां हम एक वास्तविक जीवन का उदाहरण शेयर करते हैं जिससे आपको सब clear हो जाएगा “Nicola Tesla सबसे पहले किसी भी नए आविष्कार का अपने दिमाग में पूरा visualization करते थे। और फिर वो उसी imagination में 3D rotate करके उसकी details देखते थे।” उसी तरह आपको भी एकदम clear visualization करना है।

 3:- मानसिक movie विधि

पुराने लोगों की कहना, “एक तस्वीर एक हजार शब्दों के बराबर होती है”। यानी एक picture में हजार words को समझाने की ताकत होती है।  जिस तरह आप act करेंगे, उसी तरह आप बन जाएंगे।

मानसिक Movie विधि (Method) सबसे ज्यादा संपत्ति बेचने के व्यवसाय में इस्तेमाल होती है। चलिए समझते हैं ये कैसे इस्तेमाल होता है।  हमें अपने ही मन में, सबसे पहले खुद को संतुष्ट करना है। और सोचना है, आपने जो property का price रखी है वही सबसे अच्छा prize है buyers के लिए।

ये करने के बाद, आपका मन शांत करें और थोड़ी देर आराम करें। सभी परेशानियों को जाने दे और sleepy state में खुद को लेकर आये। यानी आपको नींद की अवस्था में जाना है और sleepy state आपके सभी mental limitations को बहुत कम कर देगा।

अब आप property के cheque को visualize करें और feel करें कि वो cheque आपके हाथों में है। आप अपने आप में खुश महसूस करें और ऐसा feel करें कि आपको आपके पैसे मिल चुके हैं, और अभी अपने cheque के लिए शुक्रिया अदा करें। क्योंकि जो आदमी अपनी जिंदगी में शुक्रगुजार होता है, उसे अपनी जिंदगी में उससे कई ज्यादा मिलती है। और जो आदमी शुक्रगुजार नहीं होता, उसके पास जो है वो भी छीन लिया जाता है ।

और अब आप thanks कह कर universe पर इसे छोड़ दीजिए। और रात भर आपने जो visualize किया होगा वो आपके subconscious part में revise होता रहेगा।

अवचेतन की प्रवृत्ति (tendency) जीवन की ओर है

हम जो जीवन जीते हैं, वो सिर्फ 10% है।  बाकी 90% जीवन के बारे में हमें पता ही नहीं चलता। हमें ये बहुत बार एहसास हुआ कि हम अपने ही दिमाग में कुछ ना कुछ बुरा-बुरा करते रहते हैं और हमारा focus बस हमारे भीतर की दुनिया पे होता है। तो क्या आपने बाहरी दुनिया की जिंदगी को जिया? शायद नहीं ! क्योंकि हम अपने ही दिमाग में फंसते रहते हैं और कहते हैं कि मेरी जिंदगी खराब है।

लेकिन ऐसा नहीं है।  जब आपका focus inner world पर होगा तो आप inner feelings को महसूस करते है। और जब आपका focus outer world पर होता है, तब आप outer world की beauty को देख पाएंगे।

यहां एक उदाहरण है, एक व्यक्ति को TB यानी के क्षय रोग था। और हमने इस बीमारी को सिर्फ एक पुष्टि से ठीक कर दिया। वो है – “मैं perfect, ताकतवर, caring, खुश और अपने आप में पूरा हूं ।”

मनचाहा परिणाम कैसे प्राप्त करें

हमें जो जीवन में चाहिए वो कैसे पाएं? Imagine करें कि आप एक taxi में बैठे हैं और आप बार-बार taxi driver को direction change करने के लिए कह रहे हैं और आपके इस फैसले से driver पूरा confuse हो चुका है। क्या आप अपनी मंजिल तक पहुंचेंगे?  शायद नहीं। क्योंकि आपको clear ही नहीं हे कि कहां जाना है।

लेखक बताते हैं, हमें अपनी इच्छा शक्ति नहीं  हमें अपनी imagination use करनी चाहिए। आपको अपने लक्ष्य का end visualise करना है जहाँ तक आपको पहुंचना है।

और जैसे वह आप visualise करते हैं आपके लिए सारे रास्ते खुलना शुरू हो जाते हैं।  अगर आपको शक हो तो आप करके देखे!  बस ये ध्यान रखिये कि आप जो कल्पना कर रहे हैं उसे रोजाना जारी रखते हैं, क्योंकि अनुशासन से आप लगातार कार्रवाई करते हैं। Bible बताती है – जो लोग इस धरती पर जन्म लेते हैं, वो लोग चेतन मन और अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind दोनों को सही से उपयोग करना सीख गए तो कुछ भी पा सकते हैं।

अपने अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind को अमीर बनने के लिए कैसे इस्तेमाल करे

आप अमीर बस ये कह कर नहीं बन सकते हैं, “मैं अमीर हूं, मैं दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति हूं”।  आप जब ये affirmation बोलते हैं तब आपका focus अमीर बनने पर जाता है। और आप धन को आकर्षित करने के लिए सचेत हो जाते हैं।  और ये affirmation आपके दिमाग में ideas बनाता है। इसी से आपको भी आपके नए business plan और नए ideas मिलेंगे जो आपको अमीर बना सकते हैं।

अब हम जानेंगे कि क्यों आपके affirmation fail होते हैं। लेखक कहते हैं, ”जब लोग कहते हैं कि, मैं सबसे अमीर हूं तो ऐसा लगता है कि वो खुद से झूठ बोल रहे हैं”। और ये इसलिए होता है, क्योंकि आपके सचेत और अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind दोनों के बीच एक जबरदस्त लड़ाई शुरू हो जाती है। इसलिए आप daily खुद को ये कहे कि, “मैं रोज अपने काम को बहुत अच्छे से करता हूं और दिन पे दिन मैं अमीर बनता जा रहा हूं”, इस affirmation को अगर आप repeat करेंगे तो आपको ऐसा बिल्कुल नहीं लगेगा कि आप खुद से झूठ बोल रहे है।

आप जितना focus wealth, success, और positive चीज पर रखेंगे, उतने आपके जीवन में positive चीज multiplied होकर आएगी।

अमीर बनने का आपका अधिकार

अमीर बनना आपका हक है। आपने इस धरती पर इसलिए जन्म लिया है, ताकि आप खुश रहें  और सभी सुविधाओं को अनुभव कर सके।  हमारे माता-पिता ने हमें बताया होता है – बेटा पैसे के लिए murder होते हैं, पैसा बुराइयों की जड़ है। पर ऐसा बिलकुल नहीं है। पैसों से आप अच्छे काम भी कर सकते हैं, और बुरे काम भी। वो आप पर निर्भर करता है कि आप लोगों की भलाई करने के लिए इस्तेमाल करते हो या फिर crime करने के लिए। आप पैसे को बुरा न समझें।

आप सोचिये – क्या आप बिजली का उपयोग करते हैं? सब कहेंगे ये भी कोई पूछने की बात है।  मैं एक साधारण से उदाहरण से आपको समझता हूं – एक औरत है जो बिजली को खाना पकाने के लिए इस्तेमाल करती है। तो उसके लिए बिजली अच्छी है। और एक इंसान है जो दूसरे लोगों को electricity से shock देकर मारता है। तो क्या बिजली बुरी हो गई? शायद नहीं।

उसे हमारा करने का ढंग decide करता है। Electricity neutral होती है। हम लोग उसे अच्छा या बुरा बनाते हैं। उसी तरह, पैसों को भी हम लोग अच्छा या बुरा बनाते हैं।

क्यों कुछ लोग अपनी income में growth नहीं ला पाते? क्योंकि लोग खुद को एक कर्मचारी समझते हैं, और वो नई बातों में अपना पैसा निवेश नहीं करते। इसलिए उनकी income fix होती है। वो लोग अपनी income को protect करके रखते हैं और एक constant income का supply शुरू करने देते हैं।

सफलता में भागीदार के रूप में आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind

अपने जीवन में successful होना आपको ऐसे शांति और प्यार भरी जिंदगी देता है। हम हर दिन उत्साह से उठते हैं और रोज उन सभी चीजों को शुक्रिया करते हैं जो हमारे पास हैं। आपके पास आपकी दो आंखें हैं, आपके पास भगवान ने दो पैर दी है। कुछ लोगों को वो भी नसीब नहीं होता।  सोचो आप कितने lucky है। जिंदगी को पूरा जिंदादिल से जीना चाहिए, और आप ये सबकॉन्शियस माइंड को partner बनाकर कर सकते हैं ।

इस बुक के लेखक ने 3 कदम बताए हैं, जिससे आप सफल बन सकते हैं –

 1]  पहला कदम:- आप वो काम करें जो आपको सबसे ज्यादा अच्छा लगता है। जिससे आप प्यार करते हैं। जब तक आप किसी काम को पूरे दिल से नहीं करते और उसे पसंद नहीं करते, तब तक आप खुद को सफल नहीं मान सकते।

अगर आप अपने काम को पूरी शिद्दत से करते हैं, तो वह आप की सफलता की तरफ बढ़ रहे हैं।  अमीर से अमीर इंसान हो या कोई सफल आदमी, सब अपने काम से प्यार करते हैं। अगर उनको काम के लिए पैसे भी ना मिले फिर भी वो उस काम को करेंगे जो उन्हें पसंद है।

 2] दूसरा चरण:- आपको किसी एक क्षेत्र में महारत हासिल करनी है। और वो एक field ऐसी होनी चाहिए जिससे आप लोगों की जरूरत को पूरा कर सके। जब तक आप किसी एक field में master नहीं बन जाते, तब तक आप कुछ खास हासिल नहीं कर पाएंगे।

 3] तीसरा चरण:- ये कदम सबसे महत्वपूर्ण है।  आपको ये ध्यान रखना है जो आप काम कर रहे हैं उस में सिर्फ खुद की success हो वह ना देखें।  आप स्वार्थी बन कर सफल नहीं हो सकते। आपको लोगों को भी सफल बनाना होगा। तभी आप सफल होंगे। आपकी सफलता इंसानियत के लिए बहुत बड़ा योगदान होना चाहिए ।

सोलह का एक लड़का असफलता को सफलता में बदल देता है।

लेखक एक कहानी सुनाते है, एक बार एक सोलह साल का बच्चा मेरे पास आया। जिसका नाम रमेश था। और उसने मुझसे पूछा की, “मैं अगर कोई काम करने की कोशिश करूँ, तो मैं सभी में fail हो जाता हूं” उस बच्चे ने कहा मुझे ऐसा लगता है मैं बेवकूफ हूं। उसे लगता है, उसे school छोड़ देना चाहिए; नहीं तो स्कूल वाले उसे निकाल देंगे।

यहां लेखक ने बताया, की उन्होंने एक बात ढूंढी जो उस बच्चे में गलत थी, और वो था  उसका रवैया। वो खुद को सबसे कम समझता था, और इसलिए उसे लगने लगा कि सब बच्चे उससे होशियार है।

लेखक ने उस बच्चे को सिखाया अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind को किस तरह से इस्तेमाल करके अपनी पढ़ाई में अच्छे बन सकते हैं। लेखक ने उस बच्चे को एक affirmation बताई, जिसे उसे रात को सोने से पहले और सुबह उठते ही वह affirmation करनी थी और बार-बार दोहराना था।

Affirmation-  मैं जान चुका हूं, मेरे अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में अनोखी शक्तियां है और मेरा अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में स्मृति का भंडार है। मैं जो भी पढ़ता हूं, और सुनता हूं मुझे सब अच्छे से याद रहता है। मेरे पास perfect memory है और अगर मैं चाहूं तो इसे इस्तेमाल कर सकता हूं।

मेरे सबकॉन्शियस माइंड की अनोखी power मुझे मेरे exam के लिए तैयार कर रही है। मुझे मेरे शिक्षक बहुत पसंद करते हैं, और सभी छात्र मेरे साथ अच्छे से बात करते हैं।

और कुछ महीनों बाद, लेखक को उस बच्चे का email आया। जिसमें लिखा था, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद Joseph Murphy।  अभी मैं अपनी class में top करता हूं और सभी मुझे support करते हैं, और अच्छे से बात करते हैं।

वैज्ञानिक अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind का उपयोग कैसे करते हैं

हम सबने chemistry में ये तो पढ़ा ही होगा कि benzene का chemical structure कैसा होता है! पर क्या आपको पता है, benzene कैसे discover हुआ था? एक chemist The Friedrich, जो बहुत समय से benzene का structure समझने की कोशिश कर रहे थे।  लेकिन, उन्हें benzene का structure समझ नहीं आया। उन्हें अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind के बारे में बहुत अच्छा ज्ञान था।

तो उनका संदेश अपने अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में डाल दिया, “की उनको benzene का chemical structure मिल चुका है और सभी chemist उन्हें बधाई दे रहे हैं” और उन्होंने उनकी समस्या अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind को भेज दी। उसके बाद क्या हुआ! जब वो bus से सफर कर रहे थे, तो उन्हें एक symbol दिखा जो एक सांप के जैसा था।

वो सांप खुद की punch को ही खा रहा था। और फिर Friedrich को समझ आया कि अगर हम chemical bond में भी ऐसा cyclic bond बनाए तो, तब benzene ring की खोज हुई।

इससे आप बहुत अच्छे से समझ गए होंगे कि आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind आपके लिए विचार, योजनाएं, स्वास्थ्य, मौसम या सफलता जो चाहे वो कर सकता है।

आपका अवचेतन और नींद का चमत्कार

हम एक दिन में आठ घंटे की नींद लेते हैं, जो हमारी एक तिहाई जिंदगी के बराबर होता है।  हमारी physical body सोते समय आराम करती है। पर फिर भी अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind और उसके targeted organs रात भर काम करते हैं। रात को हमारा अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind बहुत जल्दी किसी भी बीमारी को ठीक करता है क्योंकि हमारे चेतन मन उस समय कोई भी रोक-टोक नहीं करता।

प्रार्थना: नींद का एक रूप

सुबह से लेकर रात तक, आपका चेतन मन रोज के कामों में लगा रहता है। और एक survey के हिसाब से, हम एक दिन में 60,000 अलग-अलग विचारों को सोचते हैं। और यही बहुत सारे emotions को पैदा करता है। और जब आप प्रार्थना करते हैं, तो आप अपने greater intelligence को connect करते हैं।  और यही आप सोते समय करते हैं इसलिए प्रार्थना एक नींद की तरह है जो आपके जीवन में बहुत अच्छा होता है।

आपका भविष्य आपके अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में है

हमारी ये बात याद रखनी है कि, हमारी रोज की habitual सोच हमारा भविष्य बना रही है। और इसलिए हमें positive बातों को सुनना चाहिए, positive quotes को पढ़ना चाहिए। और इस habitual सोच का neural pattern आपके अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind में तैयार होना शुरू हो जाएंगे और आप सफलता की सीढ़ी चढ़ेंगे पाएंगे।

आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind और वैवाहिक समस्याएं

अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind की शक्तियों से हम अपनी जिंदगी में अपने perfect Life partner को भी आकर्षित कर सकते हैं! अगर हमने गलत इंसान से शादी कर ली तो, वो हमारी लाइफ की सबसे बड़ी गलती हो सकती है।  क्या आप चाहते हैं कि आपकी जिंदगी में भी प्यार हो? क्या आप चाहते हैं – कि आपका जीवन साथी आपकी सभी समस्याओं को समझे और आप इसे मिलकर हल करें?

आजकल के जमाने में;  breakup या patch-up करना ऐसा हो गया है, जैसे हम रोज कपड़े पहनते हैं और उतार फेंकते हैं।  सबसे पहले आपको ये clear होना चाहिए कि बिल्कुल आपको क्या चाहिए, बिल्कुल आपको कैसा पार्टनर चाहिए। उसमें कौन सी गुण होनी चाहिए। तभी आप आपके dream partner को आकर्षित कर पाएंगे | 

आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind और आपकी खुशी

हम अपनी जिंदगी में अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind की मदद से बहुत खुश रह सकते हैं। हमने शुरू में inner world और outer world के बारे में share किया था, जो अपने दिमाग के अंदर की और बाहर की दुनिया होती है। ये formula आपके जीवन में खुशियां भर देगा।  जब आपका focus आपके दिमाग में चल रहे विचार पर होगा, तब जो आपके brain में चल रहा है, आप वही feel करेंगे।

उदाहरण के लिए, आप सोचते हैं कि मेरा चेहरा खूबसूरत क्यों नहीं है? और यही बात सोच कर आप बहुत बुरा महसूस कर रहे हैं। तब आपकी लाइफ खराब होती है। जब आप बाहरी दुनिया पर focus करते हो जिन लोगों के चेहरे पर किसी ने acid फेंका है तो आप सोचते हैं, “हे भगवान, मैं कितनी खुश किस्मत हूं कि मेरा चेहरा सही सलामत है।” तब आप अपने चेहरे को लेकर अच्छा महसूस करते हैं। आप इसे गलत न समझे, ये बस एक उदाहरण है कि जो आपके भीतर की दुनिया और बाहरी दुनिया को समझाता है।

जब आपका focus अच्छी चीज पर होगा, तब आप खुश रहेंगे। और जब आपका focus ऐसी चीज पर रहेगा जो आपको दुखी कर देगी तो आप बुरा महसूस करेंगे ।

आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind और सामंजस्यपूर्ण (harmonious) मानवीय संबंध

आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind बहुत संवेदनशील होता है और इसीलिये negative बात आपके रिश्तों में कड़वाहट भर सकती है। आप अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind की मदद से अपने रिश्तों को बहुत अच्छा बना सकते हैं।

आपको अगर ऐसा लगता है कि लोग आपके बारे में अच्छा सोचते तो आप भी लोगों के बारे में उसी तरह से सोचना शुरू करें जिस तरह आप खुद के लिए सोचते हैं।

अगर आपको लगता है कि आपके बारे में लोग अच्छा feel करें तो आप भी उसी ढंग से उन्हें treat करना शुरू करना पड़ेगा। अगर आप चाहते हैं आपको इज्जत मिले तो सबसे पहले आप लोगों की इज्जत करें तभी लोग आपकी इज्जत करेंगे।

अगर आप चाहते हैं कि लोग आपके साथ अच्छे से बर्ताव करे, तो आप भी उसी तरह उनके साथ बर्ताव करे। दैनिक सुर्खियों ने उन्हें बीमार कर दिया।

लेखक बताते हैं, एक admit था जो रोज सुबह उठकर अखबार पढ़ता था। और रोज़ उसकी नजर वही नकारात्मक सुर्खियां पे जाती और वो सुबह-सुबह बुरा महसूस करना शुरू कर देता है। चार हफ्ते बाद, उस आदमी की सेहत खराब हो गई, और doctor ने कहा ये सब तुम्हारे negative सोचने का नतीजा है। इसलिए हमें कभी भी negative news या बातें नहीं पढ़ना चाहिए।

सामंजस्यपूर्ण (harmonious) मानवीय संबंधों में प्रेम का अर्थ

Psycho-analysis के संस्थापक Sigmud Freud; इन्होंने कहा जब तक आपके पास प्यार करने की काबिलियत नहीं है तब तक आप बीमार और मरते ही रहेंगे। “LOVE” मतलब होता है प्यार जिसमें होता है एक दूसरे की बात को अच्छे से समझना, अच्छे इच्छाएं, एक दूसरे के प्रति विश्वास और सम्मान।

जितना आप प्यार देंगे उससे कई ज्यादा आपको प्यार वापस मिलेगा। कर्म का नियम भी हमें यही समझता है। जैसा आप बाहरी दुनिया में दोगे, उसी तरह आपके साथ भी होगा जैसा आप सोचते हे वैसे ही आप बन जाते हे।

क्षमा के लिए अपने अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind का उपयोग कैसे करें

हमें लोगों को माफ करना सीखना होगा, अगर आपको अपने जीवन में सुख शांति से जीना है, तो आपको अपनी नफरत करने वाले लोगों को माफ करना सीखना होगा। क्योंकि, जब आप किसी को माफ करते हैं तो आपके नकारात्मक भाव सकारात्मकता को आकर्षित करते हैं और आपको शांति का अनुभव होता है। इसे एक real life उदाहरण से समझते हैं, “एक इंसान था महेश वो रोज़ अपनी नौकरी पर जाता था और वो सोचता था कि लोगों को उसके साथ रहना पसंद नहीं है। फिर एक बार उसकी company में गलतियों से किसी ने उसे धक्का दे दिया।

और उस एक दूसरे आदमी ने गलती से महेश पर coffee गिरा दी। तभी से महेश  अपने मन में दूसरों की negative image बनाने लगा।  उसका ऐसा सोचना उसी की सेहत को खराब कर रहा था। वो अंदर ही अंदर बुरा महसूस करके उदास होता था। ये बस उसकी सोच का नतीजा था कि उसके साथी भी उससे बात नहीं करते थे। पर अगर उसने ये सोचा की, “कोई बात नहीं यार; हो जाता है। उस आदमी का ध्यान नहीं होगा इसलिए coffee गिर गई होगी।” तो इस तरह से लोगों को माफ़ करना; आपको खुशी और शांति देता है।

किसी भी बीमार इंसान के लिए लोगों को माफ़ करना दवाई की तरह काम कर सकता है। आप सोचेंगे कि किसको माफ करना है ?? लेखक कहते हैं – सबसे पहले खुद को माफ कीजिए। हम अपने ही मन में खुद की negative image बनाते है और हम उस negative image से बुरा महसूस करते हैं।

आप, लोगों को माफ करने के लिए ये affirmation use कर सकते हैं :-

सबसे पहले आप अपने मन को शांत करें।  फिर कहे, “मैं शांत मन से और अच्छे मन से सबको माफ़ करता हूँ। और अगली बार मैं उसके साथ अच्छे से बर्ताव करूँगा। और जिसके साथ मैं अच्छे से बर्ताव करुंगा वो भी मेरे साथ अच्छे से बर्ताव करेगा। मैं अभी अच्छा महसूस कर रहा हूँ”, ये affirmation कहते हैं कि आप बहुत अच्छा महसूस करेंगे  और आपको शांति मिलेगी।

कैसे आपका अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind की रुकावटों को दूर करता है

हमारा अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind कैसे हमारे मानसिक अवरोध यानी सीमाएं को हटाता है। अगर हम अपनी नई habits को बनाना और पुरानी habit को छोड़ना सीख गए तो हम अपने full potential तक पहुंच सकते हैं। हम समझेंगे की आदत बनती कैसे है और उसे हम break कैसे कर सकते हैं ।

अगर आपको आपकी बुरी आदत छोड़नी है तो आप इस formula का इस्तेमाल कर सकते हैं।  जो है 

Cue ———–> Routine ————> Reward।

Cue – Cue का मतलब होता है किसी भी आदत का trigger। इस trigger से आप उस काम को करते हैं जिस की आपको आदत है।

Routine – Routine वो होता है जो आपको trigger मिलते ही काम करता है। जैसे की एक साधारण उदाहरण लेते हैं – एक आदमी है जो cigarette पीता है, तो उसे सबसे पहले trigger मिलेगा कि उसे अब cigarette पीनी है। Triggers मिलते हैं – किसी भी specific जगह, और जब आप अकेले होते हैं तब या दोस्तों के साथ। तो routine होता है जो वो आदमी cigarette पीता है।

और उसके बाद आता है Reward।

Reward – वो होता है जो cigarette पीने के बाद उस आदमी को मिला। Nicotine का dose उस व्यक्ति के लिए reward है जो सुकून प्रदान करता है और थोड़ी देर के लिए अच्छा feel करवाता है।

हमें इस पूरी स्थिति से बचना होगा और दिमाग को divert करना होगा

डर को दूर करने के लिए अपने अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind का उपयोग कैसे करें

हम किसी भी डर को अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind की मदद से कैसे दूर कर सकते हैं। कई बार हमें किसी ना किसी चीज का डर होता है। किसी को मरने का डर होता है, किसी को डर होता है कि मेरा partner मुझे छोड़ कर न चला जाए ।

तो चलिए इसको एक साधारण से उदाहरण से समझते हैं। एक बार एक छोटा बच्चा swimming pool के पास खेल रहा था और वो खेलते-खेलते अचानक गलती से swimming pool में गिर गया। तब से वो छोटा बच्चा पानी से बहुत डरता था, तब उस छोटे बच्चे की मम्मी ने उसे लेखक से मिलाया। उन्होंने कहा बेटा तुम अपने मन को शांत करके एक मिनट के लिए गहरी सांस लो ।

कल्पना करो कि तुम swimming कर रहे हो। वो बच्चा imagination करते समय थोड़ा डर रहा था। लेकिन दो – तीन बार करने से वो बच्चा comfortable feel करने लगा। और फिर उस बच्चे ने महसूस किया कि पानी बहुत ठंडा था और उसकी body पानी में बहुत हल्की हो गई है। और इस तरह उस छोटे बच्चे का डर निकल गया और सिर्फ 2 महीने में उसने swimming सीख ली। इसी तरह आप भी किसी भी डर को दूर कर सकते हैं।

हमेशा spirit में कैसे रहें

आप सोचेंगे की हम अपने जीवन में हमेशा full Spirit में कैसे रह सकते हैं? हमारा शरीर समय के साथ-साथ बुढ़ा होता है, पर हमारी आत्मा नहीं। और आपकी आत्मा ही अवचेतन मन यानी कि Subconscious Mind है तो, आप daily ये affirmation repeat करते रहे।

“मैं दिन पे दिन जवान होता जा रहा हूं और मेरे शरीर में बहुत ज्यादा फुर्ती आ रही है।” इस affirmation को daily बार-बार repeat करते रहे।

तो आशा है कि आपने इस किताब से बहुत कुछ सीखा होगा (The Power Of सबकॉन्शियस माइंड)।