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Don’t Act Like A Monkey short story by sandeep Maheshwari | रीति रिवाज का महत्व

Short Motivational Story By Sandeep Maheshwari in Hindi

नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है आज मैं आपको संदीप माहेश्वरी द्वारा कही गयी प्रेरणात्मक कहानी Don’t Act Like A Monkey बताऊंगा और मुझे पूरा भरोसा है की आप इससे जरूर inspire होंगे तो चलिए इस motivational story को शुरू करते है

Story by:Sandeep Maheshwari
Type:Motivation Video by Sandeep Maheshwari
Language:Hindi
Author:Sandeep Maheshwari
Topic:Don’t Act Like A Monkey short story

Don’t Act Like A Monkey short story by Sandeep Maheshwari

एक बार की बात है कुछ साइंटिस्ट ने मिलकर के एक बहुत ही इंटरेस्टिंग एक्सपेरिमेंट किया उन्होंने क्या किया की एक बहुत बड़ा सा पिंजरा लिया उसके अंदर पांच बंदरो को रख दिया और वहा पर एक सीढ़ी लगा दी | उस सीढ़ी के टॉप पर कुछ केले रख दिए फिर उन साइंटिस्ट ने क्या किया कि जैसे ही कोई भी बंदर उस सीढ़ी पर चढ़ता केलो तक पहुंचने के लिए तो ऊपर से ठंडे पानी की बारिश करने लग जाते तो जैसी ही वो ठंडा पानी गिरता |

उस बन्दर के ऊपर जो की सीढ़ी पर चढ़ रहा था वो फटा फट से नीचे आता तो पानी बंद हो जाता फिर दोबारा से कोई और बंदर उसी सीढ़ी पर चढ़ता उन केलो तक पहुंचने के लिए दोबारा से यही होता दोबारा से ऊपर से ठंडे पानी की बारिश होती वो बंदर जैसी नीचे आता दोबारा से बारिश बंद हो जाती है |

रीति रिवाज का महत्व समजे संदीप माहेश्वरी की प्रेरणात्मक कहानी से

तो बंदरों ने इसका मतलब यह निकाला की जैसी ही कोई सीढ़ी पर चढ़ता है तो ऊपर से ठंडा पानी गिरता है फिर उसके बाद में जैसी ही कोई भी बन्दर सीढ़ी पर चढ़ने की कोशिश भी करता | तो बाकि के बन्दर सब इखट्टे हो करके उसको पकड़ते उसको मारते उसको पीटते और उसको निचे गिरा देते फिर दुबारा कोई कोशिश करता दुबारा उसके साथ भी ऐसा ही होता |

फिर उन साइंटिस्ट ने क्या किया उन पांच बंदरो में से एक बन्दर को पिंजरे से बाहर निकाला और उसकी जगह एक नए बंदर को उस पिंजरे में डाल दिया अब उस बन्दर को नहीं पता था की यहाँ पर क्या खेल चल रहा है |

उसको जैसी ही सीढ़ी के ऊपर केले नज़र आए वो फटा फट से सीढ़ी के ऊपर चढ़ने लगा अबकी बार साइंटिस्ट ने कोई बारिश नहीं की लेकिन फिर भी जो बाकि के बन्दर थे उन्होंने उसको पकड़ा सीढ़ी से नीचे उतरा और मारने पीटने लग गए | इस बन्दर को समझ नहीं आया की मेरे को क्यों मारा जा रहा है तो उसने दोबारा कोशिश की जैसी ही उसने दोबारा कोशिश की, दुबारा से उन चार बंदरो ने वही किया तो अब इस नए बन्दर के दिमाग में क्या बैठ गया की सीढ़ी पर चढ़ना मना है |

अगर सीढ़ी पर चढ़ते है तो मार पड़ती है उस सीढ़ी पर चढ़ना क्यों मना है और क्यों मार पड़ती है वो उसको नहीं पता था पर उसके दिमाग में यह बैठ गया की इस सीढ़ी पर नहीं चढ़ना है न किसी को चढ़ने देना है फिर दुबारा से उन साइंटिस्ट क्या किया|

यह जो पुराने चार बंदर थे उनमें से एक बन्दर को निकाला और एक नए बंदर को उसकी जगह पर डाल दिया अब इस नए बन्दर ने भी वही किया जो की इससे पहले वाले ने किया था यानी की वो भागता हुआ गया | उस सीढ़ी के ऊपर चढ़ने की कोशिश की उन केलो तक पहोंचने की कोशिश की लेकिन बाकि चार इखट्टे हुए और उन्होंने उसको मारा पीटा और सीढ़ी से नीचे गिरा दिया |

उसको कुछ समझ नहीं आया उसने दुबारा कोशिश की, दुबारा उसके साथ यही हुआ और अब इस बंदर के दिमाग में भी यही बैठ गया की सीढ़ी पे चढ़ना मना है और सीढ़ी पे चढ़ने से मर पड़ती है | फिर साइंटिस्ट ने एक एक करके पुराने तीन बन्दर बचे हुए थे उनमें से भी एक एक करके बंदरों को निकाला और उनकी जगह पर तीन नए बन्दर आ गए अब यह पांचो बन्दर नए थे और किसी को भी यह नहीं पता था की उस सीढ़ी पर चढ़ना मना क्यों है |

लेकिन उन सबके दिमाग में यह बैठा हुआ था की सीढ़ी पर चढ़ने से मार पड़ती है तो कोई भी कोशिश नहीं कर रहा था जबकि अब कोई ठन्डे पानी की बारिश भी नहीं हो रही थी वो चाहते तो आराम से उस सीढ़ी पर चढ़ते केले तोड़ते और आपस में बांट करके खा लेते |

बिल्कुल ऐसा ही हम लोगों के साथ भी होता है यानी की इंसानों के साथ भी होता है हजारों साल पहले कोई प्रथा बनी होती है कोई रीति रिवाज होता है जिसके पीछे कोई ना कोई वजह होती है लेकिन वो वजह खत्म होने के बाद भी वो प्रथा चलती रहती है|

वो रीति रिवाज चलते ही रहते है किसी में इतनी हिम्मत नहीं होती है की यह पूछने कि हम क्या कर रहे हैं क्यों कर रहे हैं बस सबको यह पता होता है ऐसा ही होता है तो वो एक्सपेरिमेंट जिसके बारे में अभी मैंने आप लोगो को बताया | यानी की वो बंदरों का एक्सपेरिमेंट उसमें तो बेचारे बंदर है जानवर है उनको नहीं पता है की Question कैसे पूछते है लेकिन अगर हम इंसान होने के बावजूद भी Question न करे तो हमारे में और जानवरों में क्या फर्क है सोचिए

निष्कर्ष 

मुझे पूरी उम्मीद है कि इस प्रेरणात्मक कहानी Don’t Act Like A Monkey short story से आपको काफी कुछ सीखने को मिला होगा अगर आप चाहते हो कि आपको और भी ऐसी Motivational Story मिलती रहे तो आप बिलकुल सही जगह पर है इस motivational story को पढ़ने के लिए और आपका कीमती समय देने के लिए दिल से आप सभी का धन्यवाद

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