Karagre Vasate Lakshmi Mantra : कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र के मूल रूप से विष्णु पुराण का मंत्र हे इस मंत्र द्वारा हम सुबह उठते ही हाथों की हथेलियों को देख कर धन की देवी माता लक्ष्मी, विद्या की देवी माँ सरस्वती और गोविन्द यानि श्री कृष्ण के रूप में सर्वोच्च शक्ति की कल्पना करते हुवे शास्त्रोक्त मंत्र का उच्चारण करते हुवे आह्वान करते है
भारतीय ऋषि-मुनियों ने हमें करदर्शनम यानी हाथों के दर्शन का बहोत अच्छा संस्कार दिया है।
Karagre Vasate Lakshmi Mantra in Hindi – कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र हिंदी अर्थ सहित
श्लोक
कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती।
करमूले तु गोविन्द प्रभाते कर दर्शनम्॥
हिंदी में अर्थ : हमारी हथेली के अग्रभाग में, सम्पत्ति की देवी लक्ष्मी का वास है, हथेली के मध्यभाग में देवी सरस्वती निवास करती हैं तथा हथेली के मूलभाग में भगवान् गोविंद जो प्राणीमात्र की रक्षा करते हैं, का वास होता है और इस प्रकार का विचार कर नेत्रों के सम्मुख मूर्ति का ध्यान करते हुए प्रातः काल में हथेलियों का दर्शन करना चाहिए।
कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र देवी लक्ष्मी, देवी सरस्वती और भगवान विष्णु की अभिव्यक्ति की दिव्य शक्तियों का आह्वान करता है।
“कराग्रे वसते लक्ष्मी” मंत्र मूल रूप से विष्णु पुराण का एक श्लोक है। यह सबसे अधिक प्रचलित मंत्रों में से एक है, जिसे हर दिन बूढ़े और युवा समान रूप से जपते हैं। मंत्र ध्यान के अधिकांश अभ्यासी सुबह जल्दी उठकर इस मंत्र का जाप या सुने बिना अपने दिन की शुरुआत नहीं करते हैं।
इस मंत्र के लिए नींद से उठते ही हाथों की हथेलियों पर ध्यान दें. देवी लक्ष्मी, देवी सरस्वती और विष्णु के रूप में सर्वोच्च शक्ति की कल्पना और आह्वान करें। देवी लक्ष्मी धन की प्रदाता हैं। देवी सरस्वती बुद्धि की दाता हैं। और समृद्धि के दाता भगवान विष्णु. देवी लक्ष्मी, देवी सरस्वती, और भगवान गोविंदा (भगवान विष्णु) दिव्य अभिव्यक्ति के तीन चरणों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
Karagre Vasate Laxmi Lyrics in English – कराग्रे वसते लक्ष्मी अर्थ सहित
॥ Karagre Vasate Laxmi ॥
Karaagre Vasate Lakshmi, Karamadhye Saraswati ।
Karamoole Tu Govinda, Prabhaate Karadarshanam ॥
Meaning in English : At the Top of the Palm dwell Devi Lakshmi, and at the Middle of the Palm dwell Devi Saraswati,
At the Bottom of the Palm dwell Sri Govinda; Therefore one should Look at one’s Palms in the Early Morning and contemplate on Them.
Karagre Vasate Laxmi Mantra Details:
कर-Kara | हस्त | Hand |
अग्रे-Agre | अग्र भाग | Beginning of the hand |
वसते-Vasate | वास है (रहते) | Resides |
लक्ष्मी-Lakshmi | सम्पत्ति की देवी – लक्ष्मी | Deity of Wealth-Goddess Lakshmi |
करमध्ये-Kara-Madhye | हथेली के बीच | In the middle of Hand |
सरस्वती-Saraswati | ज्ञान तथा विद्या की देवी सरस्वती | Deity of Knowledge-Goddess Saraswati |
करमूले-Kara-Moole | हस्त के मूल भाग में (जहां से हथेली शुरु होती है) | In the base of the hand |
तू-Tu | बैठना | Sit |
गोविंद-Govinda | भगवान् विष्णु, प्रत्येक प्राणी का रक्षक व पालनकर्त्ता | Deity of Prosperity-Lord Vishnu |
प्रभाते-Prabhaate | सुबह, जब हम सोकर उठते हैं, प्रातः काल | In the Morning |
करदर्शनम-Karadarshanam | हथेली या हाथ का दर्शन | Seeing |
Samudra Vasane Devi Mantra in Hindi – समुद्रवसने देवि
समुद्रवसने देवि पर्वतस्तनमण्डले ।
विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्वमे ॥
हिंदी में अर्थ : साथ ही आगे कहा गया है, कि समुद्ररूपी वस्त्र को पहनने वाली, जिसने पर्वतों को धारण किया हुआ है, भगवान विष्णु की पत्नी पृथ्वी मुझे माफ करें, क्योंकि उन्हें मेरे पैरों का स्पर्श होता है, इसलिए क्षमायाचना करता हूँ।
Samudra Vasane Devi Mantra in English – समुद्रवसने देवि
Samudra-Vasane Devi Parvata-Stana-Mannddale |
Vissnnu-Patni Namas-Tubhyam Paada-Sparsham Kssamasva-Me ||
Meaning in English : (Oh Mother Earth) The Devi Who is having Ocean as Her Garments and Mountains as Her Bosom,
Who is the Consort of Sri Vishnu, I Bow to You; Please Forgive me for Touching You with my Feet.
वसुदेवसुतं देवं – Vasudev sutam devam Mantra in Hindi
वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम्।
देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥
हिंदी में अर्थ : कंस और चाणूर का वध करनेवाले, हे वसुदेव नंदन | देवकी के आनन्दवर्द्धन, पूरे विश्व के गुरु (जगद्गुरु) भगवान् श्रीक़ृष्ण को वंदन करता हु
हिन्दी में अर्थ
- वसुदेवसुतम् – वसुदेवस्य पुत्रम्। वसुदेव के पुत्र को
- देवम् – देव को। जो दिव्य गुणों से युक्त होता है उसे देव कहते हैं।
- कंसचाणूरमर्दनम् – कंसचाणूरयोः हन्तारम्। कंस और चाणूर को मारनेवाले को
- देवकीपरमानन्दम् – देवकी के परम आनन्द को
- कृष्णम् – कृष्णको
- वन्दे – नमामि। मैं वन्दन करता हूँ
- जगद्गुरुम् – विश्वस्य गुरुम्। जगत् के गुरु को
Vasudevasutaṃ devaṃ kaṃsacāṇūramardanam।
Devakīparamānandaṃ kṛṣṇaṃ vande jagadgurum॥
Meaning in English : I worship Lord Kṛṣṇa, Who is the spiritual master of the universe, Who is the son of Vasudeva, Who is the Lord, Who killed Kamsa and Cāṇūra, and Who is the bliss of Devakī.
ॐ असतो मा सद्गमय | Om Asatoma Sadgamaya mantra |
महामृत्युंजय मंत्र | Mahamrityunjay Mantra with Meaning |
ॐ सह नाववतु मंत्र | Om Sahana Vavatu Mantra Meaning |
ॐकारं बिन्दु संयुक्तं मंत्र | Omkaram Bindu samyuktam meaning |
सरस्वती वंदना – या कुन्देन्दुतुषारहारधवला | Saraswati Vandana Mantra |
FAQs For Karagre Vasate Lakshmi Mantra
पंक्तियों का अर्थ है: हे देवी लक्ष्मी हमारे हाथ के अग्रभाग में आपका निवास है। हमारे हाथ के मध्य भाग में देवी सरस्वती का निवास है और हमारे हाथ के मूल भाग में विष्णु का निवास है। हे देवी लक्ष्मी हम प्रभात काल में आपका दर्शन करता हूं।
हमारी हथेली के अग्रभाग में, सम्पत्ति की देवी लक्ष्मी का वास है, हथेली के मध्यभाग में देवी सरस्वती निवास करती हैं तथा हथेली के मूलभाग में भगवान् गोविंद जो प्राणीमात्र की रक्षा करते हैं। जब आप सभी शक्तिशाली दिव्य विभूतियों का आह्वान करते हैं तो आपका दिन अच्छे विचारों से भरा हो, न कि उन विचारों से जो संदेह, भय और निराशा पर केंद्रित हों।
हमारे हाथ के अग्रभाग में देवी लक्ष्मी का वास होता है
“कराग्रे वसते लक्ष्मी” मंत्र मूल रूप से विष्णु पुराण का एक श्लोक है
अंतिम बात :
दोस्तों कमेंट के माध्यम से यह बताएं कि “कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र हिंदी अर्थ सहित” वाला यह आर्टिकल आपको कैसा लगा | आप सभी से निवेदन हे की अगर आपको हमारी पोस्ट के माध्यम से सही जानकारी मिले तो अपने जीवन में आवशयक बदलाव जरूर करे फिर भी अगर कुछ क्षति दिखे तो हमारे लिए छोड़ दे और हमे कमेंट करके जरूर बताइए ताकि हम आवश्यक बदलाव कर सके |
हमे उम्मीद हे की भक्तों यह Karagre Vasate Lakshmi Mantra वाला आर्टिक्ल पसंद आया होगा | आपका एक शेयर हमें आपके लिए नए आर्टिकल लाने के लिए प्रेरित करता है | ऐसे हे और मंत्र के बारेमे जानने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे धन्यवाद ! 🙏