Induction Motor in Hindi – इंडक्शन मोटर | How three phase Motor Works

Induction Motor in Hindi

इस पोस्ट में हम THREE PHASE INDUCTION MOTOR का –सिद्धान्त ,संरचना, कार्य बिधि और प्रकार के बारे में बिस्तार में जानेगे ,साथ ही इंडक्शन मोटर क्या हे इंडक्शन मोटर कैसे काम करता है ? Induction Motor in Hindi से सम्बंधित प्रश्न उत्तर भी जानेगे |

इंडक्शन मोटर क्या हे और वो कैसे काम करती हे ? What is an induction motor in hindi

1889 में टेसला तथा फिरारीस (Ferraris) ने बहुकलीय (polyphase) धाराओं को प्राप्त करने की विधि के सन्दर्भ में एक शोध पत्र प्रकाशित किया था। तत्पश्चात इन्होंने 1891 में फ्रेंकफोर्ट प्रदर्शनी (Frankfort exhibition) में एक क्रूड (crude) त्रिकलीय मोटर को प्रदर्शित किया। 1893 में दोलिवो दोबरोवोल्सकी (Dalivo Dobrowolsky) ने वितरित स्टेटर कुण्डलन तथा पिंजरी रोटर संरचना वाली मोटर को बनाया।

Induction Motor क्या होता है ?

इंडक्शन मोटर एक प्रकार का AC इलेक्ट्रिक मोटर होता जो AC विधुत Supply पर कार्य करता है। इंडक्शन मोटर को Asynchronous Motor भी कहा जाता है। इंडक्शन मोटर में मैकेनिकल टार्क रोटर में उत्पन्न होता है। रोटर में मैकेनिकल टार्क उत्पन्न होने के लिए आवश्यक विधुत ऊर्जा चुम्बकीय फ्लक्स के रूप में स्टेटर से रोटर की तरफ प्रवाहीत होती है।

Principle of Induction Motor :
जब कभी भी किसी close circuit conductor को रोटेटिंग मैगनेटिक फील्ड में रखते है तो कंडक्टर घुमने की कोशिश करता है |

What is Motor (मोटर क्या होती है)

मोटर एक मशीन होती है, जो इलेक्ट्रिकल एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में कन्वर्ट करती है।

Three Phase इंडक्शन मोटर की संरचना:-

Three फेज इंडक्शन मोटर निम्नलिखित दो अंग होते हैं

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(1) Stator स्टेटर :-

मोटर के अंदर का वह पार्ट जो मोटर के चलने पर भी नही घूमता है, उसको हम स्टेशनरी पार्ट्स (Stator) कहते हैं। Induction मोटर का स्टेटर, अल्टरनेटर के स्टेटर के सामान ही होता है। यह भाग सिलिकन इस्पात की गोल पत्तियों को संगठित करके बनाया जाता है।

हानियों को कम करने के लिए प्रत्येक पत्ती पर वार्निश की पतली परतें चढ़ाकर विद्युतरोधित कर दिया जाता है। जब सभी पत्तियों को एक साथ पंच करके संगठित कर दिया जाता है तथा इन्हें मोटर फ्रेम से कस दिया जाता है। स्टेटर कोर में फेज वाइंडिंग के लिए अन्दर की परिधि पर खाँचे बने रहते हैं जिनमें वाइंडिंग को लगाया जाता है।

2) रोटर Rotor

मोटर के अंदर का वह भाग जो मोटर के चलने पर घूमता है, वह रोटेशन पार्ट कहलाता है, उसे ही रोटर (Rotor) कहा जाता है। यह भी लेमिनेटेड कोर का बना होता है | इन रोटरों में अल्टरनेटर की तरह 3-फेज, दो तह की वितरित वाइंडिंग की जाती है। रोटर में उतने ध्रुव की ही वाइंडिंग की जाती है जितने ध्रुवों की वाइंडिंग स्टेटर में होती है।

कार्यविधि Working Method :-

जब स्टेटर winding को three फेज सप्लाई से संयोजित किया जाता है तो स्टेटर winding से घूर्णीय चुम्बकीय क्षेत्र(रोटेटिंग मैग्नेटिक फील्ड ) उत्पन्न होता है, जो सदैव सिंक्रोनस स्पीड से घूमता है। यह घूर्णीय चुम्बकीय क्षेत्र वायु अन्तराल को पार कर रोटर चालकों से जुड़ कर रोटर में बलाघूर्ण उत्पन्न करता है जिससे रोटर घूमने लगता है।

इंडक्शन मोटर का प्रकार – Types Of Induction Motor

इंडक्शन मोटर को दिए गए पावर सप्लाई के आधार पर मुख्य रूप से दो भागो में वर्गीकृत किया जाता है। जो इस प्रकार है :-

1. Single Phase Induction Motor

2. Three Phase Induction Motor

1. Single Phase Induction Motor – Single Phase इंडक्शन मोटर का वर्गीकरण

सिंगल फेज इंडक्शन मोटर के बनावट तथा स्टार्टिंग के आधार पर पुनः दुबारा चार भागो में वर्गीकृत किया गया है। ये चार प्रकार के -सिंगल फेज इंडक्शन मोटर निम्न है :-

  • Split Phase Induction Motor
  • Capacitor Start Induction Motor
  • Capacitor Start and Capacitor Run Induction Motor
  • Shaded Pole Induction Motor

2. Three Phase Induction Motor – Three Phase इंडक्शन मोटर का वर्गीकरण

थ्री फेज इंडक्शन मोटर को उसमे उपयोग किये गए रोटर के प्रकार के अनुसार दो भाग में वर्गीकृत किया जाता है और ये दो प्रकार के इंडक्शन मोटर है :-

  • Squirrel Cage Induction Motor
  • Slip Ring Induction Motor

Types of Induction Motor इंडक्शन मोटर दो प्रकार की होती है।

1. Squirrel Cage Induction Motor (स्क्वीररेल केज इंडक्शन मोटर)

2. Slip Ring Induction Motor (स्लिप रिंग इंडक्शन मोटर)

Squirrel Cage Induction Motor– यह सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली AC मोटर है। इसका फायदा यह है कि इसकी वर्किंग काफी सिम्पल होती है। ओर बहुत जरूरी बात इसमे बार बार मान्टिनेंस की जरूरत नही पड़ती है।

Slip Ring Induction Motor– स्लिप रिंग इंडक्शन मोटर में एक एक्स्ट्रा पार्ट होता है जिसे हम स्लीपिंग कहते है। इसका फायदा यह है कि आप इस मोटर के साथ स्टार्टिंग मे भी हैवी टॉर्क वाला लोड भी जोड़ सकते हो।

Induction Motor कूलिंग फैन क्यों जरूरी है?

कूलिंग फैन का काम होता है की मोटर की बॉडी पर जो नालीदार पट्टी होती है, जिनको हम फ्रेम स्लॉट (Frame Slot) कहते हैं, उसके अन्दर हवा को भेजना। जिससे मोटर को कूलिंग मिलती है।

जब मोटर बहुत देर तक चलती रहती है तब मोटर के स्टार्टर पर जो कॉपर वाइंडिंग होती है। उनमे करंट भी फॉलो होता रहता है, जिसकी वजह से काफी लॉसेस होते हैं और मोटर गर्म होती है ऐसे में मोटर को कूलिंग देने के लिए ही नॉन ड्राइव एंड पर एक पंखा(Cooling Fan) लगाया जाता है|

Induction Motor को Asynchronous Motor क्यों कहा जाता है?

इंडक्शन मोटर की स्पीड हमेशा सिंक्रोनस स्पीड से हमेशा कम होती है। इसलिए इंडक्शन मोटर को Asynchronous Motor कहा जाता है। इंडक्शन मोटर के स्पीड तथा सिंक्रोनस स्पीड के अंतर को स्लिप कहा जाता है। इस s से सूचित किया जाता है। यह हमेशा प्रतिशत के रूप में इंडक्शन मोटर के नेम प्लेट पर लिखा होता है।

सिंक्रोनस स्पीड क्या होता है ?

इंडक्शन मोटर के रोटर में चुम्बकीय क्षेत्र जिस स्पीड से घूमता है उस स्पीड को सिंक्रोनस स्पीड कहते है। सिंक्रोनस स्पीड को Ns द्वारा सूचित किया जाता है।

Ns= (120f)/P

What is Induction Motor in Hindi and How its work – Three phase Induction Motor Definition And Working Principle

YouTube Video : What is an Induction Motor

इंडक्शन मोटर के लाभइंडक्शन मोटर के हानि
1.Induction Motor का निर्माण बहुत सरल होता है
2.Induction Motor यांत्रिक रूप से मजबूत होता है।
3.DC मोटर के अपेक्षा Induction Motor सस्ते होते है
4.फुल लोड पर eficiency काफी अच्छा है।
5. इंडक्शन मोटर का Wear & Tear बहुत कम हे
1. Sinlge phase इंडक्शन मोटर में सेल्फ स्टार्टर नहीं होता
2. कम लोड पर इसका Power फक्टर कम हो जाता है।
3. Speed Control थोड़ा मुश्किल होता है।
4. Initial torque बहुत कम होता है इसीलिए हैवी टार्क
अनुप्रयोग के लिए उपयोगी नहीं होता है।
Pros and Cons of Induction Motor

FAQ For Induction motor Frequently Asked Question:

मोटर क्या होती है ?

मोटर एक मशीन होती है, जो इलेक्ट्रिकल एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में कन्वर्ट करती है।

इंडक्शन मोटर के प्रकार ?

induction motor मुख्य 2 प्रकार होते है
1. Single Phase इंडक्शन मोटर
2. Three Phase इंडक्शन मोटर

इंडक्शन मोटरों का नाम इंडक्शन मोटर क्यों पड़ा?

क्योंकि ये इंडक्शन के सिद्धांत पर काम करता हैं।

मोटर की स्पीड किन-किन बातों पर निर्भर करती है?

फ्रीक्वेंसी और पोलों की संख्या पर।

सिंक्रोनस-स्पीड और असली स्पीड (Rated Speed) से आप क्या समझते हैं? कौन सी स्पीड अधिक होती है?

रोटेटिंग मैगनेटिक फील्ड की स्पीड को सिंक्रोनस स्पीड कहते हैं और जिस स्पीड पर रोटर घूमता है वह असली स्पीड कहलाती है। सिंक्रोनस स्पीड अधिक होती है।

स्लिप से आप क्या समझते हैं?

सिंक्रोनस स्पीड और असली स्पीड के अंतर को स्लिप कहते है

जब स्लिप एक हो जाए तो क्या होगा?

यह अवस्था मोटर स्टार्ट होने की है।

यदि पोलों की संख्या दुगुनी कर दी जाए तो क्या होगा?

स्पीड आधी हो जाएगी।

एक 10 H.P. 3 फेज डेल्टा कनेक्टिड मोटर के मेन स्विच पर कितने एम्पियर का फ्यूज लगेगा?

एच.पी. के 3 गुने के बराबर लगता है।

स्टार में एक मोटर डेल्टा में वोल्टेज का कौन सा भाग लेती है?

58%

अधिक H.P. की मोटर को स्टार्ट करने के लिए स्टार-डेल्टा स्टार्टर क्यों लगाते हैं?

अधिक स्टार्टिंग करंट और लाइन वोल्टेज के Disturbance से बचने के लिए। or सप्लाई वोल्टता की गिरावट को रोकने के लिए

निष्कर्ष :

हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख को पढने के बाद आप समझ गए होंगे कि बेयरिंग क्या हे दोस्तों कमेंट के माध्यम से यह बताएं कि “Induction Motor in Hindi” का यह आर्टिकल आपको कैसा लगा अगर आपको यह पसंद आए तो like और  दोस्तों के साथ share जरुर करें। आपका एक शेयर हमें आपके लिए नए आर्टिकल लाने के लिए प्रेरित करता है | इस post को पढ़ने के लिए और आपका कीमती समय देने के लिए दिल से आप सभी का धन्यवाद!

धन्यवाद

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