महादेव का 16 अवतार : किरात | Lord Shiva kirat avatar | Pashupatastra

Lord Shiva kirat avatar - Pashupatastra - किरात

दोस्तों क्या आप महादेव का 16 अवतार : किरात अवतार के बारेमे जानना चाहते हे ? क्या आप भगवन शिव के अवतार के बारेमे जानना चाहते हे? तो आप सही आर्टिकल पढ़ रहे हो । आपसे अनुरोध है की कुछ समय दे कर पुरे लेख को अच्छी तरह से पढ़े ताकि आपको पूरी जानकारी मिल सके।

1Veerabhadra Avatar of Lord Shivaवीरभद्र: महादेव का प्रथम अवतार
2Piplaad Avatar of Lord Shivaपिप्पलाद: महादेव का द्वितीय अवतार
3Nandi Avatar of Lord Shivaनंदी: महादेव का तृतीय अवतार
4Bhairava Avatar of Lord Shivaभैरव: महादेव का चौथा अवतार
5Ashwatthama Avatar of Lord Shivaअश्वत्थामा: महादेव का पाँचवाँ अवतार
6Sharabha Avatar of Lord Shivaशरभावतार: महादेव का छठा अवतार
7Grihapati avatar of Lord Shivaगृहपति: महादेव का सातवाँ अवतार
8Durvasa avatar of Lord Shivaऋषि दुर्वासा: महादेव का आठवाँ अवतार
9Hanuman Avatar of Lord Shivaहनुमान: महादेव का नोवाँ अवतार
10Rishabha Avatar of Lord Shivaवृषभ: महादेव का दसवाँ अवतार
11Yatinath Avatar of Lord Shivaयतिनाथ: महादेव का ग्यारहवाँ अवतार
12Krishna Darshan Avatar of Lord Shivaकृष्णदर्शन: महादेव का बारहवाँ अवतार
13Avadhut Avatar of Lord Shivaअवधूत: महादेव का तेरहवाँ अवतार
14Bhikshuvarya Avatar of Lord Shivaभिक्षुवर्य: महादेव का चौदहवाँ अवतार
15Sureshwar Avatar of Lord Shivaसुरेश्वर: महादेव का पंद्रहवाँ अवतार
16Keerat Avatar of Lord Shivaकिरात: महादेव का सोलहवाँ अवतार
17Brahmachari avatar of Lord Shivaब्रह्मचारी: महादेव का सत्रहवाँ अवतार
18Sunatnartak avatar of Lord Shivaसुनटनर्तक: महादेव का अठारहवाँ अवतार
19Yaksheshwar Avatar of Lord Shivaयक्ष: महादेव का उन्नीसवाँ अवतार

महादेव का सोलहवा अवतार : किरात | Kirat avtar of lord shiva

महादेव के १९ अवतार मेसे यह किरात अवतार में भगवान शिव ने पाण्डु पुत्र अर्जुन को दर्शन दिए थे और महाभारत युद्ध में विजय हाशिल करने हेतु परशुराम अस्त्र दिया था | जिसे पाशुपतास्त्र कहा जाता हे | महाभारत युद्ध के दरमियाँ जयद्रथ का वध करने के लिए अर्जीन ने पाशुपतास्त्र का प्रयोग किया।परन्तु यह अस्त्र पाने के लिए अर्जुन ने भगवान शिव की कड़ी तपस्या कीथी और किरात अवतार में भगवान शिव ने अर्जुन की परीक्षा भी लिथि |

किरात अवतार कथा :

महाभारत के अनुसार कौरवों ने छल-कपट से पाण्डवों का राज्य हड़प लिया और पाण्डवों को वनवास पर जाना पड़ा। पांडवो को १२ वर्ष का वनवास और १ वर्ष के अज्ञात वास जाना पड़ा था | जोकि श्री कृष्ण सब जानते थे उन्होंने वनवास जाते समय अर्जुन को महादेव की तपस्या करने और उनसे अस्त्र ज्ञान प्राप्त करने का परामर्श दिया था और अर्जुन ने वैसा ही किया | 

श्री कृष्णा क्वे कथन अनुशार अर्जुन ने वनवास के दौरान भगवान शिव जी की तपस्या की | यह देख भगवान शिव समज गए थे की अर्जुन दिव्य अस्त्र-शस्त्रके लिए मेरी तपस्या कर रहा हे | महादेव ने किरात का रूप लेकर अर्जुन की परीक्षा लेने का निर्णय किया | उस समय मूकासुर नामक दैत्य ने अतिभयंकर सूअर का रूप धारण कर अर्जुन को मारने का आया था | जोकि दुर्योधन द्वारा भेजा गया था |

भगवान् शिव और अर्जुन के बीच युद्ध – Arjun Shiva Yudh

अर्जुन की तपस्या में बाधा पड़ने पर | अर्जुन ने सूअर पर अपने धनुष से बाण चला दिया।जब अर्जुन ने सूअर के पास जाकर देखा तो उनके शरीर पर दो बाण थे | दूसरा तीर किरात भेषधारी शिवजी का था। किरात ने वाहा अर्जुन को देख काहा इस सूअर पर मेने बाण चलाया हे उसे मेने मारा हे | यह सुन अर्जुन ने काहा यह मेरी धनुर विद्या का प्रताप हे इस सूअर का वध मेरे बाण के कारण हुआ हे | यह विषय को लेकर भगवान शिव और अर्जुन के बिच युद्ध छिड़ गया। अर्जुन के सभी बाणों को किरात ने काट डाला लेकिन किरात को खरोंच तक नहीं लगी।इस प्रकार अर्जुन के सारे पर्यटन व्यर्थ हो रहे थे |

अर्जुन को पाशुपतास्त्र कैसे प्राप्त हुआ – Pashupatastra

अर्जुन का अस्त्र भंडार खाली हो गया।अब किरात ने अर्जुन पर प्रहार करना शुरू किया| किरात के एक ही वार से अर्जुन जमीन पर गिर पड़ा | अर्जुन अपने आप को पराजित होता देख उसने वाहही रेट का शिवलिंग बना कर भगवान शिवजी का ध्यान किया | शिवलिंग की पूजा हेतु उसने शिवलिंग पर पुष्प माला चढ़ाए | अर्जुन के शिवलिंग पर पुष्प माला डालते ही वह किरात के गले में पड़ी | यह देखकर अर्जुन समझ गया की किरात के रूप में कोई और नहीं स्वयं भगवान शंकर है।

अर्जुन यह देख किरात के चरणों में गिर पड़ा और महादेव पर प्रहार करने के लिए उनसे क्षमा मांगी | यह सुन महादेव अपने वास्तविक स्वरूप में आए | और भगवान शिव ने अर्जुन की भक्ति से प्रसन्न होकर अर्जुन को कौरवों पर विजय का आशीर्वाद दिया और अभेद्य पाशुपत अस्त्र प्रदान किया।

महादेव का 17 अवतार : सुनटनर्तक | Lord shiva suntantarka avatar

महादेव का 18 अवतार : ब्रह्मचारी | Lord Shiva Brahmchari Avatar

FAQ For Lord Shiva kirat avatar:

अर्जुन को पाशुपतास्त्र कैसे प्राप्त हुआ

अर्जुन की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने अर्जुन को अपना पाशुपतास्त्र प्रदान किया

महादेव का 16 वा अवतार कौन सा हे ?

महादेव का सोलहवा अवतार किरात अवतार हे

निष्कर्ष
दोस्तों कमेंट के माध्यम से यह बताएं कि भगवान् शिव के “महादेव का 16 अवतार : किरात” का यह आर्टिकल आपको कैसा लगा | आप सभी से निवेदन हे की अगर आपको हमारी पोस्ट के माध्यम से सही जानकारी मिले तो अपने जीवन में आवशयक बदलाव जरूर करे फिर भी अगर कुछ क्षति दिखे तो हमारे लिए छोड़ दे और हमे कमेंट करके जरूर बताइए ताकि हम आवश्यक बदलाव कर सके | आपका एक शेयर हमें आपके लिए नए आर्टिकल लाने के लिए प्रेरित करता है | भगवान् शिव से जुडी कथाओ के बारेमे जानने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे धन्यवाद ! 🙏 हर हर महादेव 🙏

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